रात के 11 बजे हैं। आप थके हुए हैं और कोई अच्छी किताब में खो जाना चाहते हैं- इसी वक़्त आपका साथी पूरी तरह उत्तेजित है और वो आपमें खो जाने की इच्छा रखता है। “मेरी नज़र में यह काफी महिलाओं के लिए एक बहुत ही आम स्थिति है,” मनोचिकित्सक एल्लें लान का कहना है, “ये समझना मुश्किल हो जाता है कि अचानक मेरे पुरुष साथी की ये इच्छा कैसे जाग्रत हो गयी?”

सम्भोग सिर्फ एक औपचारिकता के लिए ना करें
सचमुच समझना मुश्किल ही है, लेकिन लान के मुताबिक दोनों की उत्तेजना एक साथ हो, इसके भी उपाय हैं। उनकी सबसे पहली सलाह - सम्भोग सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए ना करें, बल्कि इसलिए करें क्यूंकि आपको ये करना पसंद है।

“बहुत सी महिलाएं महसूस करती हैं कि उनका सम्भोग करने का मन नहीं हो तो भी अपने पुरुष साथी की इच्छा के लिए वो सम्भोग कर लेती हैं। यदि सम्भोग के लिए आपकी यह सोच है तो संभव है कि समय के साथ आपका दिमाग ये सचमुच मान ले कि आपको सम्भोग वाकई पसंद ही नहीं है।”

सम्भोग का आनंद सिर्फ एक सहूलियत ही नहीं, बल्कि महिलाओं की ज़रूरत भी है। “यदि आप सम्भोग से पहले उत्तेजित ना हों तो सम्भोग चिकनाई के अभाव में एक दर्दनाक क्रिया में परिवर्तित हो जाता है।

पुरुष सम्भोग में अपना आनंद ढूँढते हैं, महिलाओं को भी ऐसा करना चाहिए
“बहुत सी महिलाओं को ये सच बुरा लगता है कि उन्हे सम्भोग आनंददायी नहीं लगता। लेकिन संभव है कि उन्हे सम्भोग तो पसंद हो लेकिन जिस तरह का सम्भोग उन्हें मिल रहा हो वे आनंद दायक ना हो।मैं ऐसे में महिलाओं को स्थिति में बदलाव की सलाह देती हूँ। महिलाओं को ये सोचना चाहिए कि उन्हें क्या चाहिए ना कि ये कि उन्हें क्या नहीं चाहिए।”

“अक्सर पुरुषों की सोच सम्भोग के बारे में ऐसी ही होती है। वो आनंद चाहते हैं। महिलाओं को भी सम्भोग के आनंद के बारे में पुरुषों की तरह सोचना चाहिए। ये समझना चाहिए कि यौन सुख साधारण चीज़ है, कोई बोनस नहीं।