अक्सर लड़कों के मन में ये सवाल उठता रहता है कि वे कैसे जानें कि लड़की वर्जिन है ये नहीं? हाल ही में निखिल ने भी हमारी एक्सपर्ट से पूछा कि कैसे पता लगाया जा सकता है कि लड़की वर्जिन है या नहीं। जानिए, हमारी एक्सपर्ट इस बारे में क्या कहती हैं?
पर बबली आंटी लिखती हैं कि अगर आप वाकई जानना चाहते हैं कि लड़की वर्जिन है या नहीं? तो आप अपने रिस्क पर लड़की से खुद ही पूछ लीजिए वो वर्जिन है या नहीं। लेकिन बाद में ये मत कहना कि बबली आंटी ने पिटवा दिया।
बबली आंटी कहती हैं कि ये सब जानने से पहले तो तुम ये बताओं कि तुम ये सब क्यों जानना चाहते हैं? क्या तुमने कभी सोचा है कि लड़की तुम्हारी वर्जिनिटी के बारे में सोचती है या नहीं? और क्या तुम कभी प्रूफ कर सकते हो कि तुम वर्जिन हो या नहीं?
बबली आंटी आगे कहती हैं कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि तुम ये सबूत दे सकते हो कि तुम कुंवारे हो या नहीं।
वे कहती हैं कि मुझे इस बात ये हैरानी होती है कि आज के समय में भी तुम इस तरह की बातों पर विश्वास करते हो। आज के समय में भी लड़के लड़कियो के कुंवारेपन को लेकर चिंतित रहते हैं।
बबली आंटी कहती हैं कि अब मैं अब अपना भाषण खत्म करती हूं और तुम्हारे सवाल पर वापिस आती हूं। सांइस और टैकनोलॉजी में ये बात जानना असंभव है कि किसी लड़की ने अपना कौमार्य खोया है या नहीं।
यानी लड़कियों की वर्जिनिटी के बारे में जानने का वैज्ञानिकों के पास कोई तरीका अभी तक नहीं है। सिर्फ लड़कियां ही क्यों लड़कों के कौमार्य के बारे में जानने का भी कोई विकल्प नहीं है।
हां कुछ मामलों में महिलाओं की वैजाइना में हाइमन झिल्ली पाई जाती है। लेकिन जिन महिलाओं में हाइमन झिल्ली नहीं पाई जाती इसका मतलब ये नहीं कि उन्होंने सेक्स किया है।
हाइमन झिल्ली के बारे में बताते हुए बबली आंटी कहती हैं कि हाइमन त्वचा की एक ऐसी परत होती है जो योनी के चारों ओर लिपटी हुई होती है।
लेकिन ये पूरी तरह से योनी के प्रवेश द्वार को नहीं ढकती। इसे पहली बार सेक्स के दौरान तोड़ने में बहुत मेहनत नहीं करनी पड़ती। बल्कि पहली बार सहवास के दौरान ये खुद-ब-खुद टूट जाती है।
अक्सर ये हाइमन झिल्ली खेल-कूद, साइकिल चलाने या इसी तरह की एक्टिविटी करने के कारण खुद ही टूट जाती है। और हां, ये भी जरूरी नहीं कि पहली बार सेक्स के बाद योनी से खून आए।
बबली आंटी कहती हैं कि मैं जानती हूं बहुत से डॉक्टर्स अपना बबिजनेस चलाने के लिए दोबारा हाइमन झिल्ली लगाने और वैजाइना को छोटी करने की बात करते हैं। लेकिन ये सब एक मिथ है ऐसा करना बहुत मुश्किल है। ये डॉक्टर्स आपके दिमाग से खेलते हैं। आपके इमोशंस से खेलते हैं और आपका पैसा-टाइम दोनों बर्बाद करते हैं।
इस तरह की बातें सोचकर अपने रिश्ते को उलझाने की कोशिश मत करो। जो तुम्हारे पास है उसे एंज्वॉय करो और अपनी ऊर्जा लड़की को प्यार करने और उसे आनंद देने में लगाओ।
मेरी सुनो तो कभी ये उम्मीद मत करो कि पहली बार सहवास के बाद लड़की की योनी से खून बहेगा। जैसे आप ये नहीं सोचते कि आपको बहुत ज्यादा हार्ड वर्क करना पड़ेगा। अगर उसको खून नहीं आता तो ये मत सोचना कि उसने पहले सेक्स किया हुआ है।
हाइमन टूटने के कारण खून नहीं आ रहा है। इसीलिए तुमको लड़की के साथ अच्छे से पेश आना चाहिए।
पर बबली आंटी लिखती हैं कि अगर आप वाकई जानना चाहते हैं कि लड़की वर्जिन है या नहीं? तो आप अपने रिस्क पर लड़की से खुद ही पूछ लीजिए वो वर्जिन है या नहीं। लेकिन बाद में ये मत कहना कि बबली आंटी ने पिटवा दिया।
बबली आंटी कहती हैं कि ये सब जानने से पहले तो तुम ये बताओं कि तुम ये सब क्यों जानना चाहते हैं? क्या तुमने कभी सोचा है कि लड़की तुम्हारी वर्जिनिटी के बारे में सोचती है या नहीं? और क्या तुम कभी प्रूफ कर सकते हो कि तुम वर्जिन हो या नहीं?
बबली आंटी आगे कहती हैं कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि तुम ये सबूत दे सकते हो कि तुम कुंवारे हो या नहीं।
वे कहती हैं कि मुझे इस बात ये हैरानी होती है कि आज के समय में भी तुम इस तरह की बातों पर विश्वास करते हो। आज के समय में भी लड़के लड़कियो के कुंवारेपन को लेकर चिंतित रहते हैं।
बबली आंटी कहती हैं कि अब मैं अब अपना भाषण खत्म करती हूं और तुम्हारे सवाल पर वापिस आती हूं। सांइस और टैकनोलॉजी में ये बात जानना असंभव है कि किसी लड़की ने अपना कौमार्य खोया है या नहीं।
यानी लड़कियों की वर्जिनिटी के बारे में जानने का वैज्ञानिकों के पास कोई तरीका अभी तक नहीं है। सिर्फ लड़कियां ही क्यों लड़कों के कौमार्य के बारे में जानने का भी कोई विकल्प नहीं है।
हां कुछ मामलों में महिलाओं की वैजाइना में हाइमन झिल्ली पाई जाती है। लेकिन जिन महिलाओं में हाइमन झिल्ली नहीं पाई जाती इसका मतलब ये नहीं कि उन्होंने सेक्स किया है।
हाइमन झिल्ली के बारे में बताते हुए बबली आंटी कहती हैं कि हाइमन त्वचा की एक ऐसी परत होती है जो योनी के चारों ओर लिपटी हुई होती है।
लेकिन ये पूरी तरह से योनी के प्रवेश द्वार को नहीं ढकती। इसे पहली बार सेक्स के दौरान तोड़ने में बहुत मेहनत नहीं करनी पड़ती। बल्कि पहली बार सहवास के दौरान ये खुद-ब-खुद टूट जाती है।
अक्सर ये हाइमन झिल्ली खेल-कूद, साइकिल चलाने या इसी तरह की एक्टिविटी करने के कारण खुद ही टूट जाती है। और हां, ये भी जरूरी नहीं कि पहली बार सेक्स के बाद योनी से खून आए।
बबली आंटी कहती हैं कि मैं जानती हूं बहुत से डॉक्टर्स अपना बबिजनेस चलाने के लिए दोबारा हाइमन झिल्ली लगाने और वैजाइना को छोटी करने की बात करते हैं। लेकिन ये सब एक मिथ है ऐसा करना बहुत मुश्किल है। ये डॉक्टर्स आपके दिमाग से खेलते हैं। आपके इमोशंस से खेलते हैं और आपका पैसा-टाइम दोनों बर्बाद करते हैं।
इस तरह की बातें सोचकर अपने रिश्ते को उलझाने की कोशिश मत करो। जो तुम्हारे पास है उसे एंज्वॉय करो और अपनी ऊर्जा लड़की को प्यार करने और उसे आनंद देने में लगाओ।
मेरी सुनो तो कभी ये उम्मीद मत करो कि पहली बार सहवास के बाद लड़की की योनी से खून बहेगा। जैसे आप ये नहीं सोचते कि आपको बहुत ज्यादा हार्ड वर्क करना पड़ेगा। अगर उसको खून नहीं आता तो ये मत सोचना कि उसने पहले सेक्स किया हुआ है।
हाइमन टूटने के कारण खून नहीं आ रहा है। इसीलिए तुमको लड़की के साथ अच्छे से पेश आना चाहिए।